बीमा पॉलिसी पर लोन की ब्याज दरें और शुल्क

हमारी इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन के लिए अप्लाई करने से पहले फीस और शुल्क के बारे में विस्तार से पढ़ें.

इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन के लिए लागू फीस और शुल्क

जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन पर नीचे दिए गए शुल्क लागू होते हैं:

फीस के प्रकार शुल्क लागू
ब्याज दर 24% प्रति वर्ष तक
लॉक-इन पॉलिसी के मामले में चक्रवृद्धि ब्याज लिया जाएगा
लॉक-इन फ्री पॉलिसी के मामले में साधारण ब्याज लिया जाएगा
प्रोसेसिंग शुल्क लोन राशि का अधिकतम 3% (लागू टैक्स सहित) या
₹10,000 तक (लागू टैक्स सहित)
फ्लेक्सी शुल्क लागू नहीं
प्री-पेमेंट शुल्क पूरे प्री-पेमेंट - पूरे प्री-पेमेंट की तारीख पर बकाया लोन राशि पर 4.72% तक (लागू टैक्स सहित)
आंशिक प्री-पेमेंट - आंशिक प्री-पेमेंट की तारीख पर प्रीपेड लोन की मूल राशि का 4.72% तक (लागू टैक्स सहित)
बाउंस शुल्क

₹ 1,200/- प्रति बाउंस.

"बाउंस चार्ज" का मतलब है (i) किसी भी भुगतान के तरीके के अमान्य होने ; या (ii) भुगतान निर्देश के अमान्य होने या भुगतान निर्देश के रजिस्ट्रेशन न होने या किसी अन्य कारण से अपनी संबंधित देय तारीखों पर किश्तों का भुगतान न होने पर लगाया जाने वाला शुल्क.

दंड शुल्क

LIC (ULIP और एंडोमेंट) और गैर-LIC (एंडोमेंट) पॉलिसी के लिए- किश्त के भुगतान में देरी होने पर, प्रति किश्त प्रति दिन ₹ 8/- का दंड शुल्क लगेगा, जो भुगतान की देय तारीख से पूरी किश्त प्राप्त होने तक लागू होगा.

गैर-LIC (ULIP) पॉलिसी के लिए-किश्त के भुगतान में देरी (सैंक्शन लेटर में लिखी भुगतान फ्रिक्वेंसी के अनुसार) होने पर संबंधित नियत तारीख से किश्त (सैंक्शन लेटर में लिखी भुगतान फ्रिक्वेंसी के अनुसार)/मूलधन/बकाया राशि मिलने की तारीख तक, दंड शुल्क लागू होंगे, जिनकी अधिक जानकारी संलग्नक I में दी गई है. संलग्नक 1 देखने के लिए कृपया यहां क्लिक करें.

स्टाम्प ड्यूटी (संबंधित राज्य के अनुसार)
राज्य के कानूनों के अनुसार देय और लोन राशि से पहले से काटे जाते हैं
वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क
अगर लोन की अवधि 12 महीनों से अधिक है, तो अधिकतम ₹ 2,949/- (लागू टैक्स सहित)
रिन्यूअल फीस रिन्यूअल पर ₹ 2,950/- तक (लागू टैक्स सहित) लिया जाएगा
कानूनी शुल्क शुल्क की वसूली
ब्रोकन पीरियड ब्याज/ प्री-मंथली इंस्टॉलमेंट ब्याज ब्रोकन पीरियड/प्री-मंथली इंस्टॉलमेंट ब्याज का अर्थ है लोन पर देय ब्याज, जो दो परिस्थितयों में दिनों की संख्या के आधार पर लिया जाता है:
परिस्थिति 1: लोन वितरण की तारीख से 30 दिनों की अवधि के बाद
ब्रोकन पीरियड ब्याज/प्री-मंथली इंस्टॉलमेंट ब्याज को वसूल करने का तरीका :
पहली किश्त की राशि में जोड़ा जाएगा
परिस्थिति 2: लोन वितरण की तारीख से 30 दिनों की अवधि से कम समय में पहली किश्त पर ब्याज वास्तविक दिनों की संख्या के लिए लिया जाएगा

सामान्य प्रश्न

बीमा पॉलिसी पर लोन क्या है?

अगर आपको कुछ फाइनेंशियल सहायता की ज़रूरत है और लोन लेना चाहते हैं, तो आपको अपनी बीमा पॉलिसी पर लोन मिल सकता है. इस मामले में, आपकी बीमा पॉलिसी लोन राशि के लिए कोलैटरल के तौर पर काम करती है.

क्या हम बीमा पॉलिसी पर लोन ले सकते हैं?

अन्य प्रकार के लोन की तुलना में आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन लेने के योग्यता की शर्तों में छूट दी जाती है. यह आपके पास मौजूद इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रकार और लेंडर द्वारा लोन के लिए अप्रूव किया गया है या नहीं, पर निर्भर करता है. इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन केवल यूनिट-लिंक्ड प्लान (ULIP) पर दिया जाता है.

बीमा पॉलिसी पर लोन के लिए बजाज फाइनेंस लिमिटेड द्वारा लगाए जाने वाले प्रोसेसिंग शुल्क क्या हैं?

लोन राशि के 36% प्रति वर्ष तक (लागू टैक्स सहित) या ₹ 10,000 तक (लागू टैक्स सहित) की प्रोसेसिंग फीस

बीमा पॉलिसी पर लोन के लिए ब्याज कब देय है और इसकी गणना कैसे की जाती है?

1. अगर पॉलिसी लॉक-इन अवधि में है, तो पॉलिसी लॉक-इन अवधि पूरी होने पर बुलेट ब्याज का भुगतान किया जाएगा. बुलेट पुनर्भुगतान का मतलब है कि मेच्योरिटी पर लोन की पूरी बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान किया जाता है.
2. अगर पॉलिसी लॉक-इन अवधि से मुक्त है, तो ब्याज की गणना मासिक की जाती है और भुगतान भी मासिक किया जाता है.
लॉक-इन पॉलिसी के मामले में, कंपाउंडिंग ब्याज लिया जाता है.
लॉक-इन फ्री पाॅलिसी के मामले में, साधारण ब्याज लिया जाता है

बीमा पॉलिसी पर लोन प्रोसेस करने में कितना समय लगता है?

इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन को प्रोसेस करने में लगभग 24 घंटे लगते हैं. यह सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट सबमिट करने के अधीन है.

बीमा पॉलिसी पर लोन प्राप्त करने के लिए कौन से डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है?

इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन लेने के लिए आपको निम्नलिखित डॉक्यूमेंट प्रस्तुत करने होंगे:

  1. हाल ही में खींची गई आपकी फोटो की एक कॉपी
  2. पैन कार्ड
  3. पते के प्रमाण के लिए आधार कार्ड/पासपोर्ट/वोटर ID
  4. मान्य बीमा पॉलिसी डॉक्यूमेंट
  5. बैंक का प्रमाण, जैसे बैंक अकाउंट स्टेटमेंट या चेक की कॉपी
क्या मूलधन राशि EMI में बदली जा सकती है?

नहीं, आप मूल राशि को EMI में नहीं बदल सकते

क्या लोन की अवधि के दौरान आंशिक निकासी की अनुमति है?

हां, लोन की अवधि के दौरान आंशिक निकासी का विकल्प मौजूद है. यह लोनदाता द्वारा सफलतापूर्वक जांच करने के अधीन है. बजाज फाइनेंस अपने विवेकाधिकार पर आंशिक निकासी के अनुरोधों को अस्वीकार करने का अधिकार रखता है.

क्या कई ULIP पॉलिसी वाला पॉलिसीधारक एक बार में सभी पॉलिसी पर लोन ले सकता है?

हां, एक से अधिक ULIP पॉलिसी वाला पॉलिसीधारक एक बार में सभी पॉलिसी पर लोन ले सकते हैं. यह सभी पॉलिसी को बजाज फाइनेंस के पक्ष में सौंपने के अधीन है.

अगर कोई बीमा पॉलिसी पर लोन लेने का फैसला करता है, तो पॉलिसी किसे सौंपी जाएगी?

पॉलिसी को बजाज फाइनेंस लिमिटेड के पक्ष में सौपना होगा

सेवा अनुरोध के लिए ग्राहक को किससे संपर्क करना चाहिए?

आप बीमा पॉलिसी पर लोन से संबंधित किसी भी सेवा अनुरोध के लिए ग्राहक सेवा केंद्र के नंबर 1800-123-2557 पर कॉल कर सकते हैं या हमें Laip.care@bajajfinserv.in पर लिख सकते हैं

क्या बजाज फाइनेंस या उसकी पार्टनर इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा लोन प्रोसेसिंग किया जाता है?

सभी लोन बजाज फाइनेंस लिमिटेड द्वारा प्रोसेस किए जाते हैं

बीमा पॉलिसी पर लोन को फोरक्लोज़र करने का प्रभाव क्या होगा?

अगर लोन लिया जाता है, तो पॉलिसी बजाज फाइनेंस के पक्ष में निर्धारित की जाएगी. लोन बंद करने के दो तरीके हैं -

  1. आप बजाज फाइनेंस लिमिटेड के निर्धारित बैंक अकाउंट में कुल बकाया राशि का पुनर्भुगतान कर सकते हैं. भुगतान प्राप्त होने के बाद, लोन अकाउंट बंद हो जाएगा, और पॉलिसी आपको सौंप दी जाएगी.
  2. आप पॉलिसी सरेंडर करके पुनर्भुगतान कर सकते हैं. आपके अनुरोध के आधार पर, बीमा कंपनी पॉलिसी सरेंडर करेगी और सरेंडर वैल्यू बजाज फाइनेंस लिमिटेड को ट्रांसफर कर दी जाएगी, क्योंकि पॉलिसी उन्हें सौंपी गई है. बजाज फाइनेंस लोन राशि को एडजस्ट करेगा और आपको अतिरिक्त राशि (अगर कोई हो) रिफंड करेगा और लोन अकाउंट बंद करेगा.
जिन पॉलिसी पर लोन लिए गए हैं, उन्हें कौन सरेंडर कर सकता है ?

पाॅलिसी सरेंडर केवल लोनदाता के विवेकाधिकार पर होगा

प्रीमियम भुगतान विवरण के लिए बातचीत कौन शुरू करता है?

प्रीमियम भुगतान संबंधी कोई भी सूचना बीमा कंपनी द्वारा सीधे ग्राहक को भेजी जाती है

बीमा पॉलिसी पर लोन की ब्याज दर को कौन से कारक प्रभावित करते हैं?

इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन की ब्याज दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें पॉलिसी का प्रकार, सरेंडर वैल्यू, लोन राशि, क्रेडिट स्कोर आदि शामिल हैं. ये कारक अलग-अलग लेंडर के लिए अलग-अलग हो सकते हैं. निर्णय लेने से पहले इन कारकों को ध्यान में रखना आवश्यक है.

भारत में पॉलिसी लोन पर ब्याज दरों की गणना कैसे की जाती है?

फाइनेंशियल संस्थान उधारकर्ताओं द्वारा आज तक भुगतान किए गए प्रीमियम को ध्यान में रखकर इन लोन पर लागू ब्याज दर निर्धारित करते हैं. जिन उधारकर्ताओं ने अपने इंश्योरेंस प्लान के लिए अधिक प्रीमियम का भुगतान किया है, वे कम प्रीमियम का भुगतान करने वाले कस्टमर की तुलना में कम दर पर लोन प्राप्त कर सकते हैं. आमतौर पर, इस प्रकार के लोन पर ब्याज दर प्रति वर्ष 10-15% के बीच होती है.

और देखें कम देखें

अस्वीकरण:

* लोन की मंजूरी बजाज फाइनेंस लिमिटेड के पूर्ण विवेकाधिकार पर निर्भर होगी
**शुल्क बजाज फाइनेंस लिमिटेड और नियामक दिशानिर्देशों के विवेकाधिकार के अधीन हैं